hindi test 2
Quiz
- स्कूल के बाद अपने खाली समय मे अध्यापक को क्या करना चाहिये
- घर के काम मे पत्नी का हाथ बटान#x093E; चाहिए
- स्व अध्यन के द्वारा अपना विकास करना चाहिए
- टयूशन के द्वारा अपनी आय तथा ज्ञान को बढाना चाहिए
- दोस्तो के साथ मौज मस्ती करना चहिए
- प्राइमरी स्तर पर छात्रो को मातृभाषा के माध्यम से पढाना अच्छा होता है क्योकि
- इससे बच्चो को शिक्षा स्वाभाविक वातावरण मे मिलती है
- इससे अध्यापक को अनुभवो को बांटने मे सुविधा होती है
- उपरोक्त दोनो
- उपरोक्त मे से कोइ नही
- शिक्षा का माध्यम ऐसी भाषा को बनाना चाहिए
- जिस पर जन साधारण का आधिपत्य हो
- जो बाद मे नौकरी के लिए उपयोगी हो
- जो समृ़द्व हो
- जिसमे अच्छा सादृश्य उपलब्ध हो
- यदि आपके प्रधानाचार्य आपको पसन्द नही करते तो
- आप उन्हे खुश करने का यथासंभव प्रयास करेगे
- आप उनसे नाराजगी का कारण जनना चाहेगे
- आप इसकी चिन्ता किये बिना अपना काम लगन और निष्ठा से करते रहेगे
- आप प्रबन्धन समिति के लोगो से अपना सम्बन्ध मजबूत करेगे
- अनुशासनहीनता पर अधिकतम किसी छात्र को क्या दण्ड दिया जाना चाहिये
- छात्र को स्कूल से हमेशा के लिए निकाल देना चाहिये
- छात्र को स्कूल से अनिश्चित काल के लिए निलम्बित कर देना चाहिये और यदि वह छात्र क्षमा मांग कर तो उसे पुन स्कूल मे ले लेना चाहिये
- छात्रो पर भारी आर्थिक जुर्माना लगायाजाना चाहिये
- मैदान के दस चक्कर लगवाना चाहिये
- क्या आप समझते है छात्र शिक्षक विरोधी होते है
- हॉे क्योकी शिक्षक उन्हे अनुशासित रखने का प्रयास करता है
- नही उनका विरोध मात्र उस व्यवस्था से होता है जो उनकी आवश्यकताओ की उपेक्षा करती है
- हॉ क्योकी वे स्वतंत्र वातावरण मे जीना चाहते है जिसका अध्यापक अवसर नही देता
- नही यह सोचना ही गलत है
- अच्छा अध्यापक वह है जो
- अपने विषय मे प्रवीण हो
- मेधावी व परिश्रमी हो
- सादा जीवन व्यतीत करता हो
- अपने वि़द्यार्थियो से सच्ची लगन रखता हो
- भारत मे प्रौढ शिक्षा कार्यक्रमो की असफलता का कारण है
- अनुदेशको तथा कार्यकरर्ताओ की लापरवाही
- प्रौढो के लिए किसी अतिरिक्त अभिप्रेरणा की व्यवस्था न होना
- उचित निगरानी का अभाव
- उपरोक्त सभी
- अध्यापक के लिए सबसे मूल्यवान
- उसकी नौकरी है
- उसकी शिक्षण के प्रति आस्था है
- छा़त्रो का विश्वास है
- उसकी गरिमा एवं मर्यादा है
- यदि शिक्षक मे न्याय और निष्पक्षता का गुण न हो तो इसका क्या परिणाम होता है
- इससे छात्रो का हित नही हो पाता
- इससे शिक्षक विश्वास खो देता है और उसे सम्मान भी नही मिलता
- शिक्षक की आत्मा मर जाती है
- शिक्षक निरंकुश बन जाता है
- निम्न मे से कौनसा अध्यापक आलोचना का पात्र नही बनेगा
- वह जो लगातार पढाये चला जाता ह और इस बात की कोई परवाह नही करता कि वि़द्यार्थी क्या सीख रहे है
- वह जो समय पर कक्षा मे आता है पर इस बात पर कोइ ध्यान नही देता कि
वि़द्यार्थी भी समय से कक्षा मे आये है - वह जो अपने विषय के बारे मे बहुत अधिक तो नही जानता किन्तु अपने विद्यार्थियो को बहुत अधिक जानने क लिए प्रेरित करता है।
- वह जो नैतिकतावदी है और अपने छात्रो को सदैव नैतिकता का पाठ पढाता रहता है
- क्या अभिभावको को अपने बच्चो कोगृह कार्य करवाने मे सहयोग देना चाहि
- नही यह अभिभावको पर अतिरिक्त बोझ है
- नही बच्चो को गृह कार्य स्वयं करनाचहिए
- हां इससे बच्चे गृह कार्य अवश्य करकेलायेगें
- हा इससे अभिभावको को अपने बच्चे प्रगति का पता चलता रहेगा
- क्या आपके विचार मे शिक्षक का व्यक्तिव आकर्षक होना चाहिए
- हां ताकि वह छात्रो को अपने व्यक्तिव से प्रभावित कर सके
- हां ताकि लोग उससे बात करने से हिचकिचाए
- नही इसकी कोई आवश्यकता नही है
- हां ताकि वह समाज मे सबसे अलग दिखाई दे
- आपके विचार मे प्राइमरी शिक्षा निशुल्क करने से
- अध्यापक इसे गम्भीरता से नही लेगे
- साक्षरता बढेगी
- स्कूलो मे शिक्षा का स्तर गिरेगा
- उपरोक्त सभी
- प्राइमरी कक्षाओ मे शिक्षा की स्तर सुधारनेके लिए आप का क्या सुझाव है
- अध्यापको की जवाबदेही सुनिश्चित की जाये
- स्कूलो मे निगरानी के स्तर को सुधारा जाये
- कक्षाओ एवं वर्गो की संख्या के अनुरूप शिक्षको की नियुक्ति की जाये
- उपरोक्त सभी
- छात्रो मे श्रम का महत्व भावना का क्या अर्थ है
- शारिरीक श्रम करने से मान सम्मान नही घटता
- कोई भी काम छोटा या बढा नही
- सभी काम समान रूप से इज्जत वाले है
- उपरोक्त सभी
- यदि आप चाहते है कि बच्चे बीच मे ही स्कूल छोडकर घर न बैठे बल्कि प्राइमरी शिक्षा पूरी करे तो इस सम्बन्ध मे आप का क्या सुझाव है
- शिक्षा कां छात्रो के व्यवहारिक जीवन के लिए उपयोगी बनाया जाये
- बच्चो का सतत मूल्यांकन किया जाये ताकि बच्चे वार्षिक परिक्षा मे अनुत्तीर्ण न हो
- बच्चो को पढने के लिए कुछ विशेष आर्थिकअभिप्रेरणा दी जाये
- उपरोक्त सभी
- निम्न मे से कोनसा कथन सत्य नही है
- शिक्षण एक कला है
- शिक्षको प्रशिक्षित किया जा सकता है
- शिक्षक जन्मजात होते है
- उपरोक्त सभी
- शिक्षा परम धन है क्योकि
- इसे कोई चुरा नही सकता
- इसे जितना बांटा जायेगा उतना हीयह बढेगा
- इसे कोई छीन नही सकता
- उपरोक्त सभी
- सरकारी स्कूलो के अध्यापकों के पब्लिक के बराबर लाने का तरीका यह है कि
- सरकारी स्कूलो के अध्यापक के वेतन को घटा दिया जाये
- सरकारी स्कूलो मे निगरानी के स्तर को बढाया जाये
- सरकारी स्कूलो मे सतत मूल्यांकन प्रणाली ईमानदारी से लागू की जाये
- ख तथा ग दोनो
- स्कूलो मे नैतिक शिक्षा दिये जाने के सम्बन्ध मे आपके क्या विचार है
- स्कूल मे नैतिक शिक्षा अवश्य दी जानी चाहिये
- इस शिक्षा को स्कूलो मे देने की कोइ आवश्कता नही है
- इस प्रकार की शिक्षा को अध्यापक को अपने व्यवहार द्वारा देना चाहिए
- उपरोक्त मे से कोई नही
- एक अध्यापक के रूप मे यदि किसी घटना या प्रश्न का मुझे सन्तोषजनक स्पष्टीकरण नही मिलता तो मैं
- इस बात की कोइ विशेष परवाह नहीकरता
- किसी ज्ञानी व्यक्ति के मिलने की प्रतिक्षा करता हूं
- अपने पूर्व अध्यापको से सम्पर्क करता हूं
- उस समय तक चैन से नही बैठता जब तक मुझे उचित स्पष्टीकरण नहीमिल जाता
- क्या अध्यापको के लिए कोइ आचार संहिता होनी चाहिए
- नही इसका लागू करना कठिन है
- नही क्योकी अध्यापन का कार्य बहुतजटिल है
- हां क्योकी उससे उसकी जवाबदेही बढेगी
- उपरोक्त मे से कोइ नही
- यदि वाद विवाद प्रतियोगिता के लिए आपकोनिर्णायक मण्डल मे शामिल कर लिया जाये तो आप
- गर्व का अनुभव कर#x0947;गे
- प्रतिभागी के प्रदर्शन के अनुसार निर्णय देंगे
- साथी निर्णायको को ध्यान मे रखकरनिर्णय देंगे
- विषय वस्तु पर बिल्कुल ध्यान नही देगे
- सह शिक्षा कक्षाओ मे यौन सम्बन्धी बाते करना कैसा है
- कदापि ठीक नही है
- इस पर उतनी ही बात की जाये जितनी कि प्रकरण मे आवश्यकता है
- इस पर विस्तार से चर्चा की जाये ताकी छात्र छात्राओ के मन मे शंका न रहे
- उपरोक्त मे से कोई नही
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